आगरा में एक सुनसान मकान के भीतर लंबे समय से चल रहे हाई-प्रोफाइल जुए के अड्डे का भंडाफोड़ हो गया। पुलिस ने जब छापा मारा तो अंदर का नज़ारा हैरान करने वाला था—चारों ओर नोट बिखरे पड़े थे, ताश के पत्तों की गड्डियां फेंकी जा रही थीं, और जुआरी इधर-उधर भाग रहे थे! कुछ ने तो खुद को बचाने के लिए पर्दों के पीछे और बाथरूम में छिपने की कोशिश की, लेकिन कोई भी पुलिस की नजरों से बच नहीं पाया।
थाना किरावली पुलिस ने इस रेड में 21 जुआरियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से कई नामी बिजनेसमैन और रसूखदार घरानों के बेटे बताए जा रहे हैं। मौके से 20 मोबाइल, ₹95,100 कैश और एक स्विफ्ट कार बरामद हुई है।
कैसे चलता था जुए का हाई-प्रोफाइल धंधा?
यह जुआघर पूरी प्लानिंग के साथ ऑपरेट किया जा रहा था। बंद पड़े इस मकान में हर रात जुआरियों की महफिल जमती थी। दांव पर लाखों रुपये लगाए जाते थे और हारने वालों को उधारी तक दी जाती थी।
इस मकान के पास ही कैलादेवी पदयात्रा के यात्रियों के लिए भंडारा चल रहा था, जिससे इस इलाके में भीड़ बनी रहती थी। इसी का फायदा उठाकर जुआरी यहां चोरी-छिपे अपना खेल खेलते थे। लेकिन किसी ने पुलिस को इसकी भनक दे दी, जिसके बाद डीसीपी पश्चिमी के निर्देशन पर थाना पुलिस ने छापा मारा।
छापे के दौरान अंदर का माहौल कैसा था?
जैसे ही पुलिस ने दरवाजा तोड़ा, अंदर भगदड़ मच गई!
- कुछ जुआरी खिड़की से कूदकर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेर लिया।
- कुछ ने खुद को मासूम साबित करने के लिए मोबाइल में चैट खोलकर दिखाने की कोशिश की कि वे बस मेहमान थे।
- एक ने तो नकली बेहोशी का नाटक कर दिया, लेकिन पुलिस ने जब झकझोरा तो खुद ही खड़ा हो गया!
पुलिस की पकड़ में कौन-कौन आया?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए जुआरी शहर के कुछ बड़े नामों से जुड़े हुए हैं। इनमें नाई की मंडी और आसपास के इलाकों के रसूखदार लोग शामिल हैं। पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है और यह भी देखा जा रहा है कि इस अड्डे के तार किसी बड़े सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़े हैं या नहीं।
बंद मकानों में चोरी करने वाले गैंग का भी पर्दाफाश!
इसी बीच आगरा में बंद मकानों में चोरी करने वाले एक खतरनाक गैंग पर भी पुलिस का शिकंजा कस चुका है। पुलिस ने मुठभेड़ में गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है, जिसका नाम राजू बताया जा रहा है। गिरफ्तारी के दौरान उसके पैर में गोली लगी, लेकिन अब वह पुलिस की हिरासत में है।
यह गैंग बीते कुछ महीनों से शहर के बंद मकानों को टारगेट कर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने जब इन्हें रोकने की कोशिश की, तो राजू और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में राजू घायल हो गया और पुलिस ने उसे धर दबोचा।
क्या-क्या मिला पुलिस के हाथ?
- चोरी के गहने और नकदी
- तमंचा और कारतूस
- बंद मकानों की लिस्ट, जिसमें उनका अगला टारगेट दर्ज था!
एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी के मुताबिक, गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है। पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि इस गैंग के पीछे कोई बड़ा मास्टरमाइंड तो नहीं है!
आगरा में अपराधियों पर पुलिस का कड़ा शिकंजा!
चाहे हाई-प्रोफाइल जुआरी हों या बंद मकानों में चोरी करने वाले गिरोह, आगरा पुलिस अब अपराधियों पर पूरी तरह नकेल कसने के मूड में है। आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। पूरी अपडेट के लिए जुड़े रहें ‘पुरक’ चैनल के साथ!
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