नहीं रहे रतन टाटा, कैंडी अस्पताल में ली अंतिम सांस 

मशहूर उद्योगपति रतन टाटा अब नहीं रहे इस दुनिया में, लोगों ने सुना तो उनके मन में शोक की लहर छा गई। बताया जा रहा है कि काफी लंबे समय से वो बीमार चल रहे थे पर आज उन्होंने इस दुनिया में अंतिम सांस ली।

भारत के सबसे बड़े बिज़नेस टाइकून और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार को निधन हो गया। 
अब सवाल ये उठ रहे हैं कि रतन टाटा के निधन के बाद अब कौन है जो बनेगा 3800 करोड़ के साम्राज्य का उत्तराधिकारी, तो आपको बता दें संभावना है कि नोएल टाटा के बच्चे, माया टाटा, नेविल टाटा और लिआ टाटा, रतन टाटा के उत्तराधिकारी बन सकते हैं। बता दें कि बुधवार को निधन से पहले भी उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर सुर्खियों में थी, लेकिन रतन टाटा ने खुद सोशल मीडिया के जरिए कहा कि सबको मेरी चिंता करने के लिए धन्यवाद लेकिन मैं अब बिल्कुल ठीक हूं, 

1937 में हुआ रतन टाटा का जन्म

अरबपति रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 में हुआ था, वे साल 1991 से 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे, इस दौरान उन्होंने बिजनेस सेक्टर में कई कीर्तिमान स्थापित करते हुए देश के सबसे पुराने कारोबारी में से एक टाटा समूह को बुलंदियों तक पहुंचाया, टाटा ग्रुप को बुलंदियों पर पहुंचाने के साथ ही एक दरिया दिल इंसान की इमेज भी बनाई, यही वजह है कि देश का छोटा कारोबारी हो या फिर बड़ा बिजनेसमैन, हर युवा उन्हें अपना आदर्श मानता है। 

लेकिन आज उस समय सबकी आंखों में आंसू आ गए, जब उन्हें पता चला कि रतन टाटा अब इस दुनिया में नहीं रहे, रतन टाटा को उम्र से संबंधित परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, 86 साल की उम्र में रतन टाटा ने 9 अक्टूबर की देर शाम को अपनी अंतिम सांस ली, मैं उन्हें दिल से शोक व्यक्त करती हूं भगवान इनकी आत्म को शांति दे 

धन्यवाद 

     

                                                    पूजा यादव द्वारा लिखित